सामाजिक सरोकार

नाट्यकर्म की समृद्धता के साथ ही एक स्वयंसेवी संगठन के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वाह के लिए निर्माण कला मंच ने विभिन्न सामाजिक विषयों के प्रति जागरूकता हेतु कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इसके तहत बाल श्रम उन्मूलन, बाल व्यापर की रोकथाम और बाल सुरक्षा के लिए यूनिसेफ और श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वाधान में पटना एवं वैशाली ज़िले में सौ से अधिक नुक्कड़ प्रदर्शन किये गए, पम्प्लेट बाँटें गए और जनता को शपथ दिलाया गया की वे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बाल श्रम तथा बाल व्यापार का विरोध करेंगे।
निर्माण द्वारा वर्ष २००१ में बेउर जेल के कैदी के साथ १५ दिवसीय नाट्य कार्यशाला चलाया गया जिसके माध्यम से शताधिक अपराधिओं ने खुद में छिपी कला की प्रतिभा को पहचाना।
महिला विकास निगम, बिहार सरकार के साथ मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत "उठो सहेली" कार्यक्रम में संस्था ने हिस्सा लिया और घरेलू हिंसा, आर्थिक स्वतंत्रता, कानूनी साक्षरता, डायन प्रथा, बाल विवाह, बालिका शिक्षा जैसे मुद्दों पर नुक्कड़ नाटकों का वैशाली ज़िले में १०० से अधिक प्रस्तुतियाँ की गयी।
शिक्षा का अधिकार कानून २००९ की जागरूकता के निर्माण ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के कार्यक्रम "शिक्षा अधिकार यात्रा" में भाग लिया और रोहतास और मुजफ्फरपुर ज़िले में ३०० से अधिक प्रदर्शन किये गए।
संस्था विभिन्न सरकारी एवं ग़ैर सरकारी संस्थानों यथा- यूनिसेफ, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद्, महिला विकास निगम, श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, बिहार सरकार, मानव संसाधन विभाग, बिहार सरकार, यातायात पुलिस, पटना, सेव दी चिल्ड्रेन, बंगला नाटक डॉट कॉम आदि के साथ जुड़कर विभिन्न सामाजिक विषयों यथा- सूचना का अधिकार, ट्रैफिक नियम, बाल- जननी सुरक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा, एड्स, पोलियो, अन्धविश्वास, मनरेगा, उपभोक्ता संरक्षण, स्वयं सहायता समूह, ग्राहकों के अधिकार, पर्यावरण, प्रदुषण, एड्स, पोलियो, नारी सशक्तिकरण, बाल श्रम, टैफिक नियम, शिक्षा, स्वास्थ्य,स्वच्छता आदि विषयों पर सेमिनार, गोष्ठी, नुक्कड़ एवं मंच नाटकों के आयोजन करती आ रही है एवं बिहार के तक़रीबन सभी ज़िलों में हमने जागरूकता हेतु नाटकों के प्रदर्शन किये गए हैं।